नमस्कार मित्रों, यहाँ हम टर्म इन्शुरन्स के बारे में जानने वाले हैं कि Term Insurance Kya Hai, टर्म इन्शुरन्स क्यों लेना चाहिए, टर्म इन्शुरन्स लेते समय कौन सी बातें ध्यान रखनी चाहिए और वो सब जो आपको टर्म इन्शुरन्स के बारे में पता होना चाहिए।
मित्रों हम सभी का जीवन जोखिम और अनिश्चितताओं से भरा हुआ है किसी को नहीं पता होता कि अगले पल क्या होने वाला है अच्छा होगा या बुरा, कल हम रहेंगे या नहीं इसका कोई भरोसा नहीं।
ऐसे में हमारे जाने के बाद हमारे परिवार का क्या होगा, वो अपना भरण पोषण कैसे करेंगे, आज के मुश्किल दौर में हमारे परिवार के लोग अपने आपको कैसे संभाल पाएंगे, कैसे अपना भविष्य सुधार पाएंगे।
ये सभी चिंताएं कहीं न कहीं हमारे में मन में रहती हैं इसीलिए हम अपने परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए इन्शुरन्स (बीमा) करवाते हैं पर क्या जानते हैं जीवन बीमा भी अलग अलग तरह के होते है।
और आप कौन सा बीमा ले रहे हैं किस कंपनी से ले रहे हैं उसकी क्या शर्तें हैं इन सब के बारे में सही जानकारी होना बहुत जरुरी है क्युकि यदि सही जानकारी के अभाव में आपने कोई गलत बीमा या किसी गलत कंपनी से बीमा करा लिया,
तो हो सकता है कि आपने जो बातें सोचकर बीमा लिया हो वो बीमा कंपनी कवर ही न कर रही हो और आपके जाने के बाद बीमा कंपनी आपके परिवार द्वारा बीमा क्लेम करने पर उसे अस्वीकृत कर दे,
ऐसे में आपके बीमा लेने का कोई अर्थ नहीं रहेगा और आपके परिवार को किसी तरह की आर्थिक सुरक्षा प्राप्त नहीं हो पाएगी इसीलिए बीमा कराने से पहले आपको उसके बारे में सबकुछ जान लेना चाहिए।
जीवन बीमा (लाइफ इन्शुरन्स) का एक प्रकार होता है टर्म इन्शुरन्स या टर्म प्लान इसे टर्म लाइफ इन्शुरन्स भी कहा जाता है यह बहुत ही लोकप्रिय है क्युकि इसमें बहुत कम प्रीमियम में बहुत बड़ी रकम का बीमा कवर मिल जाता है।
पर इसमें बहुत सी ऐसी शर्तें या नियम होते हैं जिनके पूरा न होने पर बीमा क्लेम अस्वीकृत कर दिया जाता है इसीलिए आपको टर्म प्लान लेने से पहले उसके बारे में सबकुछ जान लेना चाहिए जैसे –
Term Insurance Kya Hai, टर्म इन्शुरन्स क्यों लेना चाहिए, टर्म इन्शुरन्स के फायदे(term insurance benefits), टर्म इन्शुरन्स लेते समय कौन सी बातें ध्यान रखनी चाहिए, सबसे अच्छा टर्म प्लान कैसे ले आदि, तो आइये इन सभी को एक एक करके समझते हैं।
Term Insurance Kya Hai
टर्म इन्शुरन्स जीवन बीमा (Life Insurance) का एक प्रकार है जो जीवन की अनिश्चितताओं और जोखिमों के लिए आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है, इसमें टर्म इन्शुरन्स लेने वाले की बीमा अवधि के दौरान मृत्यु हो जाने पर उसके परिवार को बीमा की राशि प्रदान की जाती है।
टर्म इन्शुरन्स सम्पूर्ण जीवन बीमा से अलग होता है क्युकि इसमें आपके पूरे जीवन के लिए बीमा प्रदान नहीं किया जाता बल्कि एक निश्चित अवधि के लिए बीमा सुरक्षा प्रदान की जाती है जैसे 30 साल, 40 साल, 50 साल।
टर्म इन्शुरन्स प्लान लेने वाले की इस बीमा अवधि में मृत्यु होने पर उसके परिवार को बीमा कवर की एकमुश्त रकम प्रदान की जाती है पर यदि बीमा की अवधि के दौरान बीमा कराने वाले को कुछ नहीं होता तो उसे कोई बीमा परिपक्वता राशि नहीं मिलती।
कोई परिपक्वता राशि प्रदान ना किये जाने की वजह से ही टर्म इन्शुरन्स किसी भी अन्य प्रकार के जीवन बीमा से बहुत अधिक सस्ते होते हैं और कम प्रीमियम में आपको काफी ज्यादा राशि का बीमा कवर प्रदान करते हैं।
पर यह परिवार के मुखिया की असामयिक मृत्यु हो जाने पर, उनकी देयताओं का भुगतान करने, परिवार को आर्थिक सहयता प्रदान करने, उनके भरण पोषण, बच्चों की पढाई और एक अच्छी जीवन शैली को बनाये रखने में काफी मदद करता है।
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टर्म इन्शुरन्स क्यों लेना चाहिए
हमारा जीवन जोखिमों और अनिश्चितताओं से भरा होता है कल क्या होगा ये किसी को पता नहीं होता ऐसे में यदि किसी परिवार के मुखिया की असामयिक मृत्यु हो जाती है या वह स्थाई रूप से अपंग हो जाता है,
तो उसके परिवार पर आर्थिक मुसीबतें आ जाती है उसके परिवार के लिए आर्थिक जरूरतों को पूरा कर पाना और अपनी जीवन शैली को बनाये रखना बहुत मुश्किल हो जाता है।
कई परिवार तो मुखिया के जाने के बाद आर्थिक रूप से इतने निर्बल हो जाते हैं कि उनके लिए फिर से आर्थिक रूप से सक्षम हो पाना काफी कठिन हो जाता है।
इसीलिए अपने जाने के बाद परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने, बच्चो के भविष्य को सुनिश्चित करने और अपनी देयताओं के भुगतान आदि के लिए टर्म लाइफ इन्शुरन्स कराना बहुत जरुरी है।
टर्म इन्शुरन्स किसे लेना चाहिए
कोई भी व्यक्ति जो 18 वर्ष से अधिक का है पैसे कमाने के लिए कार्य करता है, जो परिवार का मुखिया है, जिस व्यक्ति पर परिवार के बाकि सदस्य आश्रित है, जिसकी देयताये अधिक है, जो अधिक जोखिमपूर्ण कार्य करते हैं,
जो अपने जाने के बाद अपने परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता चाहते हैं, ऐसे सभी व्यक्तियों को टर्म लाइफ इन्शुरन्स जरूर करना चाहिए ताकि उनके जाने के बाद उसके परिवार पर किसी प्रकार का आर्थिक संकट न आये।
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टर्म इन्शुरन्स की विशेषताएं और लाभ
अब हम जान चुके हैं कि Term Insurance Kya Hai, टर्म इन्शुरन्स क्यों लेना चाहिए, आइये अब इसकी कुछ विशेषताओं और फायदों (term insurance benefits & features) को जान लेते हैं।
जीवन की जोखिमों और अनिश्चितताओं के खिलाफ सुरक्षा
टर्म इन्शुरन्स परिवार के मुखिया के न रहने (मृत्यु) जैसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में परिवार को आर्थिक संकट से बचता है इससे बीमा कराने वाले के परिवार को इस दुःखद समय में बीमा कंपनी द्वारा बीमा की रकम प्रदान कर दी जाती है जिससे उन पर किसी प्रकार का आर्थिक संकट न आये,
और वे परिवार के मुखिया के जाने के बाद भी अपना जीवन यापन कर सकें और बच्चो को अच्छी शिक्षा और अच्छा भविष्य दे पाए।
अगर आपको किसी भी प्रकार की कोई बीमारी नहीं है, आपकी उम्र 25-30 वर्ष के मध्य है और आप शराब, धूम्रपान आदि नहीं करते तो आप 3000 से 5000 हजार के वार्षिक प्रीमियम में 50 लाख तक का टर्म इन्शुरन्स ले सकते हैं।
क्रिटिकल इलनेस (गंभीर बीमारियों) के लिए कवर
आप अपने टर्म इन्शुरन्स प्लान के साथ भविष्य में होने वाली गंभीर बिमारियों के लिए भी कवर को जोड़ सकते हैं इसे ऐड ऑन या राइडर भी कहा जाता है जिससे आपके बीमा प्लान में मृत्यु के अलावा गंभीर बीमारियां होने पर उसके इलाज के खर्च आदि को भी कवर किया जाता है।
इससे आप पर या आपके परिवार पर बिमारियों के इलाज के खर्च का बोझ नहीं पड़ता, हाँ इसके लिए आपको थोड़ा ज्यादा बीमा प्रीमियम देना पड़ता है।
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दुर्घटनात्मक मृत्यु या विकलांगता (एक्सीडेंटल डेथ या डिसेबिलिटी) कवर
जीवन जोखिमों से भरा हुआ होता है ऐसे में किसी के साथ भी दुर्घटना जैसे अप्रिय स्थितियां आ सकती हैं और इनमे मृत्यु या स्थाई अपंगता जैसी स्थितियां भी आ जाती है,
आपको अपने टर्म इन्शुरन्स प्लान में एक्सीडेंटल डेथ या डिसेबिलिटी जैसी स्थितियों को कवर करने के लिए एक्सीडेंटल डेथ या डिसेबिलिटी राइडर को जोड़ने की सुविधा भी मिलती है।
मल्टीपल पेआउट ऑप्शन्स
टर्म इन्शुरन्स में आपको अलग- अलग तरीके से बीमा की रकम प्राप्त करने के ऑप्शंस मिल जाते हैं जैसे एकमुश्त सम्पूर्ण बीमा राशि का भुगतान, किश्तों में बीमा राशि का भुगतान या कुछ एकमुश्त रकम और बाकि मासिक किश्तों में भुगतान।
तो जो आपको आपके लिए अच्छा और सुविधाजनक ऑप्शन लगे आप उसका चुनाव कर सकते हैं।
सस्ते प्लान
टर्म इन्शुरन्स प्लान किसी भी अन्य प्रकार के जीवन बीमा से बहुत ही सस्ते होते हैं और आपको कम प्रीमियम में बड़ी रकम का बीमा कवर प्रदान करते हैं।
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टर्म इन्शुरन्स लेते समय ध्यान रखने योग्य बातें
टर्म इन्शुरन्स आपके परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है पर ऐसी बहुत सी बातें हैं जिनका टर्म इन्शुरन्स प्लान लेते समय आपको ध्यान रखना चाहिए ताकि बाद में आपको या आपके परिवार को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े =>
आर्थिक (फायनेंशियल) ज़रुरतों का मूल्यांकन
किसी भी टर्म प्लान को लेने से पहले आपको अपनी और अपने परिवार की भविष्य की आर्थिक जरूरतों का मूल्यांकन कर लेना चाहिए और उसी के अनुसार अपना टर्म प्लान सेलेक्ट करना चाहिए।
क्युकि यदि आप कोई ऐसा टर्म इन्शुरन्स प्लान ले लेते हैं जो भविष्य में आपके परिवार की जरूरतों को पूरा ही न कर पाए तो ऐसे में आपके टर्म इन्शुरन्स लेने का कोई महत्व नहीं रह जाता,
आपकी भविष्य की देयताओं, बच्चों की पढाई, जीवन शैली, उनकी शादी आदि बहुत सी बातें हैं जिनके खर्चों का विचार करके आपको टर्म प्लान लेना चाहिए, सामान्यतः बीमा कंपनियां आपकी वार्षिक आय का 20 गुना तक बीमा कवर प्रदान करती हैं।
जैसे यदि आपकी वार्षिक आय 5 लाख रूपए है तो आप 1 करोड़ रूपए तक का टर्म प्लान ले सकते हैं।
टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी प्रीमियम
अपनी जरूरतों का मूल्यांकन कर लेने और उनके अनुसार बीमा कवर निर्धारित कर लेने के बाद आपको बीमा की प्रीमियम का भी कैलकुलेशन कर लेना चाहिए क्युकि आपको इसका भुगतान सम्पूर्ण बीमा अवधि तक करता होता है।
बीमा की प्रीमियम आपके टर्म इन्शुरन्स प्लान, कवर राशि, उसके साथ लिए गए राइडर, आपकी उम्र, स्वास्थ्य, शराब और धूम्रपान की आदतों आदि की वजह से कम या ज्यादा होती है।
आप ऑनलाइन टर्म इन्शुरन्स प्रीमियम कैलकुलेटर का उपयोग कर यह देख सकते हैं किस वजह से आपके प्रीमियम में कितना अंतर आ रहा है।
बीमा कंपनी के क्लेम सेटलमेंट रेशियो (सीएसआर) की जाँच
किसी भी बीमा कंपनी से बीमा कराने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लेना बहुत जरुरी होता है ताकि बाद में किसी प्रकार की समस्या ना हो, जैसे एक साल में आये बीमा क्लेम में से कितने प्रतिशत का भुगतान किया गया,
टोटल बीमा क्लेम अमाउंट का कितने प्रतिशत का भुगतान किया गया है, बीमा क्लेम रिजेक्शन रेट कितना है, बीमा क्लेम सेटलमेंट रेट कितना है आदि इन सब चीजों का पता करना और बाकि कंपनियों के साथ तुलना करना,
यदि आप किसी भी बीमा कंपनी से बीमा कराने से पहले इन सब चीजों की जाँच करते हैं और अन्य कंपनियों के साथ तुलना करते हैं तो आप एक अच्छी बीमा कंपनी चुन पाएंगे और एक अच्छा बीमा प्लान ले पाएंगे।
और ये सब करना बहुत ही आसान है आप ऑनलाइन किसी भी वेबसाइट जैसे पालिसी बाजार की वेबसाइट पर जाकर अलग-अलग बीमा कंपनियों के टर्म प्लान्स की जानकारी ले सकते हैं और उनकी तुलना भी कर सकते हैं।
बीमा कवर पालिसी की जाँच
किसी भी बीमा कंपनी से टर्म इन्शुरन्स या कोई और बीमा कराने और प्रीमियम भुगतान करने से पहले उसकी इन्शुरन्स पालिसी को एक बार अच्छी तरह जरूर पढ़ना चाहिए ताकि हमें पता चल सके कि किन-किन परिस्थितियों में बीमा कवर मिलेगा या नहीं मिलेगा।
क्या शर्तें हैं और पालिसी में जो भी पॉइंट आपको समझ न आये उसके बारे में आप उस बीमा कंपनी के एजेंट या कस्टमर केयर पर कॉल करके समझ सकते हैं।
इन सब के बाद बारी आती है अपने टर्म बीमा प्लान के साथ सही राइडर के चुनाव की, आपके टर्म इन्शुरन्स प्लान में बहुत सी ऐसी कंडीशंस होती हैं जिनको कवर नहीं किया गया होता पर उनको कवर करना जरुरी होता है,
जैसे – क्रिटिकल इलनेस, परमानेंट डिसेबिलिटी, एक्सीडेंटल डेथ, आदि बहुत से जरुरी राइडर्स होते हैं जिनका आप अपनी जरुरत के अनुसार चुनाव कर अपने टर्म प्लान में एड कर सकते हैं पर राइडर वही चुने जो आपके लिए जरुरी हो क्युकि इनसे आपके प्रीमियम की राशि बढ़ जाती है।
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टर्म इन्शुरन्स कैसे लें
ऊपर बताई गई सभी बातों को ध्यान में रख कर सही बीमा कंपनी, सही बीमा प्लान और राइडर्स आदि का चुनाव करने के बाद टर्म इन्शुरन्स लेना बहुत ही आसान हो जाता है।
यदि आप किसी बीमा कंपनी से ऑनलाइन टर्म इन्शुरन्स लेना चाहते हो तो आप उनकी वेबसाइट पर जाकर या पालिसी बाजार की वेबसाइट पर जाकर भी टर्म इन्शुरन्स ले सकते हैं और यदि आपको ऑनलाइन टर्म इन्शुरन्स लेने में कोई समस्या हो तो आप बीमा कम्पनी की ब्रांच जाकर भी टर्म प्लान सकते हैं।
टर्म इन्शुरन्स लेने के लिए आपको वेबसाइट पर जाकर अपनी डिटेल्स जैसे नाम, जेंडर, ऐज, इनकम, पता, स्मोकिंग, ड्रिंक आदतों आदि की जानकारी देनी होती है, फिर अपना टर्म प्लान और एड ऑन सेलेक्ट करना होता है।
इसके बाद अपने डाक्यूमेंट्स सबमिट करने होते हैं और टर्म इन्शुरन्स की प्रीमियम का भुगतान करना होता है जिसके लिए भी आपको डेबिट/क्रेडिट कार्ड और नेट बैंकिंग जैसे कई ऑप्शन मिल जाते हैं।
इसके बाद आपके डाक्यूमेंट्स आदि की जाँच की जाती है, उनके अधिकारी आपसे आपके एड्रेस पर मिलकर वेरिफिकेशन करते हैं और यदि जरुरी होता है तो आपको कुछ मेडिकल जांचें भी करने को कहा जाता है। इसके बाद आपकी टर्म इन्शुरन्स पालिसी एक्टिव हो जाती है।
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टर्म इन्शुरन्स लेते समय मेडिकल टेस्ट क्यों करना चाहिए
टर्म इन्शुरन्स लेते समय मेडिकल टेस्ट करना आपके और बीमा कम्पनी दोनों के लिए फायदेमंद होता है, आपकी मेडिकल रिपोर्ट्स से बीमा कंपनी को भी भरोसा हो जाता है कि आप अभी हर तरह से स्वस्थ हैं और अपनी किसी बीमारी को छुपा नहीं रहे हैं।
मेडिकल टेस्ट सर्टिफिकेट्स आपके लिए भी फायदेमंद होते हैं क्युकि इससे आपकी प्रीमियम भी कम हो सकती है और साथ ही बीमा क्लेम लेते समय किसी भी मेडिकल कारण से क्लेम रिजेक्शन की संमस्या नहीं रहती।
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यहाँ हमने Term Insurance के बारे में सबकुछ बताने का प्रयास किया है जैसे Term Insurance Kya Hai, टर्म इन्शुरन्स क्यों लेना चाहिए, टर्म इन्शुरन्स के फायदे(term insurance benefits), टर्म इन्शुरन्स लेते समय कौन सी बातें ध्यान रखनी चाहिए, सबसे अच्छा टर्म प्लान कैसे ले
यदि आपके मन में Term Insurance से सम्बंधित कोई और सवाल हो तो आप हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताये हमें आपके सवालों के जवाब देने में बहुत ख़ुशी होगी।
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