बीमा क्या है(Insurance Kya Hai) बीमा कितने प्रकार के होते हैं Easy Guide In Hindi 2021

Insurance Kya Hai

नमस्कार मित्रों, यहाँ हम बीमा के बारे में जानने वाले हैं कि बीमा क्या है(Insurance Kya Hai) और बीमा कितने प्रकार के होते हैं बीमा कराना क्यों जरुरी है। और वो सब जो आपको बीमा के बारे में जानना चाहिए।

हम सभी ने निवेश (इन्वेस्टमेंट) के बारे में सुना है जैसे प्रॉपर्टी में, सोने में, शेयर बाजार में और कई अन्य तरह के निवेशों के बारे में भी सुना होगा।

इन सभी का उद्देश्य एक ही होता है कि भविष्य में इनके मूल्य बढ़ने से आर्थिक लाभ होगा और बुरे समय में इनको बेचकर जरूरतों को पूरा किया जा सके या समस्या का समाधान किया जा सके।

आज के समय में बीमा(इन्शुरन्स) भी निवेश और सुरक्षा की दृष्टि से निवेश का एक बहुत ही अच्छा विकल्प बन गया है आपने लोगों को कहते सुना भी होगा कि कुछ नहीं तो बीमा ही करा लो।

तो आइये जानते हैं कि बीमा क्या है(Insurance Kya Hai) और बीमा कितने प्रकार के होते हैं बीमा कराना क्यों जरुरी है।

बीमा क्या है(Insurance Kya Hai)

बीमा भविष्य की अनिश्चितताओं, जोखिम या किसी भी संभावित आर्थिक, जीवन या स्वास्थ्य से सम्बंधित नुकसान से बचने और उसकी भरपाई करने का एक तरीका है।

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हम सभी का जीवन अनिश्चितताओं से भरा होता है हमें नहीं पता होता कि आने वाले समय में क्या होने वाला है इन्ही अनिश्चितताओं की जोखिमों को कम करने के लिए बीमा कराया जाता है।

ताकि यदि भविष्य में किसी भी तरह का नुकसान हो तो उसकी भरपाई की जा सके और हम पर किसी भी तरह का आर्थिक बोझ न पड़े।

बीमा दो पार्टियों (बीमा करने वाला और बीमा कराने वाला) के मध्य एक अनुबंध(अग्रीमेंट) होता है इस अनुबंध में कुछ नियमों और शर्तों के साथ यह निर्धारित किया जाता है।

कि यदि बीमा कराने वाले व्यक्ति को भविष्य में बीमा कराई गई संपत्ति, स्वास्थ्य या जीवन (मृत्यु) का नुकसान होता है तो बीमा करने वाला उस व्यक्ति या उसके परिवार को बीमा अनुबंध की राशि प्रदान करेगा।

बीमा के तहत बीमा कराने वाला बीमा कंपनी को बीमा की अवधि या पूर्व निर्धारित समय सीमा तक बीमा की किश्त(प्रीमियम) जमा करता है और बीमा की शर्तों के अनुसार बीमा कंपनी बीमित व्यक्ति को किसी भी नुकसान की स्थिति में उसकी भरपाई करती है।

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बीमा कैसे काम करता है?

बीमा में बीमा कराने वाला व्यक्ति बीमा कंपनी को जिस भी प्रकार का बीमा कराना चाहता है उसके बारे में बताता है और उस संपत्ति के बारे में जानकारी देता है।

फिर बीमा कंपनी उसे बीमा के प्लान, बीमा की राशि, शर्तों और बीमा की किश्तों(प्रीमियम) आदि के बारे में बताता है और यदि बीमा कराने वाला उन पर सहमत होता है,

तो उनके मध्य एक अनुबंध किया जाता है जिसमे सभी शर्तों आदि के बारे में बताया गया होता है फिर उसी के आधार पर बीमा कराने वाला बीमा की किश्तों का भुगतान करता है।

और बीमा कराने वाले को भविष्य में किसी भी तरह के नुकसान होने पर बीमा कंपनी (अनुबंध के नियमों के अनुसार) उसके नुकसान की भरपाई करती है।

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बीमा कराना क्यों जरुरी है?

आपके मन में भी यह सवाल जरूर होगा कि हम तो स्वस्थ हैं हमारी सभी चीजें घर, गाड़ी आदि ठीक हैं तो बीमा कराना क्यों जरुरी है या हमें बीमा क्यों कराना चाहिए ।

मित्रों हो सकता है कि आज सबकुछ ठीक हो पर कल क्या होगा ये हमें नहीं पता होता आपने कई बार देखा होगा कि बाढ़, भूकंप, एक्सीडेंट, बीमारी, आग, चोरी आदि में कई बार लोगों को बहुत ज्यादा नुकसान हो जाता है।

और यदि इन सब में घर के मुखिया को कुछ हो जाता है तो पूरा परिवार संकट में आ जाता है उनके लिए घर खर्च चलाना, बच्चों को पालना सब बहुत मुश्किल हो जाता है।

इन सब स्थितियों में यदि आपने अपना और अपनी सम्पत्तियों का बीमा कराया होता है तो किसी भी प्रकार के नुकसान पर बीमा कंपनी उसका भुगतान करती है और आप पर किसी भी प्रकार का आर्थिक बोझ नहीं पड़ता।

और यदि घर के मुखिया को कुछ हो जाता है तो बीमा कंपनी उनके परिवार वालों को बीमा की रकम का भुगतान करती है जिससे उनके परिवार को बहुत अधिक आर्थिक मदद मिलती है और उन्हें आगे के जीवन के लिए सहारा मिल जाता है।

तो अब आप समझ गए होंगे कि बीमा क्या है(Insurance Kya Hai) और बीमा कराना क्यों जरुरी है आइये अब जानते हैं कि बीमा कितने प्रकार का होता है।

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बीमा कितने प्रकार के होते हैं?

बीमा मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं =>

  1. जीवन बीमा (लाइफ इन्शुरन्स)
  2. सामान्य बीमा (जनरल इन्शुरन्स)

आइये इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

जीवन बीमा(Life Insurance)

जीवन बीमा वह बीमा होता है जो बीमा कराने वाले के जीवन की अनिश्चितताओं और जोखिमों जैसे मृत्यु, स्थाई अपंगता आदि में आर्थिक सहायता के लिए कराया जाता है।

जीवन बीमा का उद्देश्य किसी कारणवश बीमा कराने वाले की मृत्यु हो जाने पर उसके परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करना होता है।

आपने कई बार देखा होगा कि लोगों के परिवार में किसी प्राकृतिक या कृत्रिम आपदा या दुर्घटना के कारण उनके मुखिया या घर का आर्थिक भार उठाने वाले की मृत्यु हो जाने पर उनके परिवार पर दोहरे संकट आ जाते हैं।

एक तो घर के महत्वपूर्ण सदस्य की मृत्यु और फिर घर पर आर्थिक संकट, कई बार तो उनके लिए खाने-पीने की जरूरतों को पूरा कर पाना भी मुश्किल हो जाता है।

ऐसे में यदि उन्होंने जीवन बीमा कराया होता है तो उनके परिवार को एक बार में बीमा की पूरी रकम या मासिक किश्तें (बीमा की शर्तों के अनुसार) मिलने लगती हैं जिससे उन पर आर्थिक संकट नहीं आता।

इसीलिए हमें जीवन बीमा जरूर कराना चाहिए। जीवन बीमा भी पाँच तरह के होते हैं =>

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टर्म लाइफ इन्सुरन्स प्लान

जीवन बीमा के इस प्रकार में एक निश्चित समय सीमा के लिए जीवन सुरक्षा प्रदान की जाती है यदि उस अवधि में बीमा कराने वाले की किसी कारण मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार को बीमा की रकम प्रदान की जाती है।

और यदि उस अवधि में बीमा कराने वाले की मृत्यु नहीं होती तो उसे या उसके परिवार को कुछ भी नहीं मिलता इसीलिए टर्म प्लान की प्रीमियम(किश्त) अन्य बीमा योजनाओं की तुलना में बहुत कम होती है।

सम्पूर्ण जीवन बीमा

जैसा की नाम से पता चलता है कि यह बीमा सम्पूर्ण जीवन के लिए होता है और इसमें बीमा कराने वाले के सम्पूर्ण जीवन को कवर किया जाता है और बीमित व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसके परिवार वालों को बीमा की रकम प्रदान की जाती है।

बंदोबस्ती योजना(एंडोमेंट प्लान)

बंदोबस्ती बीमा योजना एक अलग तरह की बीमा योजना है इसमें बीमा कराने वाले को बीमा की अवधि पूरी होने पर बीमा परिपक़्वता लाभ मिलता है।

अर्थात यदि बीमा की अवधि पूरी होने तक बीमित व्यक्ति की मृत्यु नहीं होती तो उसे बीमा की परिपक़्वता राशि प्रदान की जाती है और यदि अवधि के दौरान उसकी मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार को बीमा की रकम प्रदान की जाती हैं।

दोनों कवर प्रदान करने के कारण इस बीमा योजना की प्रीमियम भी अधिक होती है।

यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP)

यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान बीमा और निवेश दोनों का संयोजन होता है इसमें बीमा की परिपक़्वता या मृत्यु पर बीमा की एक निश्चित राशि प्रदान की जाती है और साथ ही बीमित व्यक्ति स्टॉक मार्किट में निवेश का चुनाव भी कर सकता है।

मनी बैक पालिसी

मनी बैक पालिसी एंडोमेंट प्लान की ही तरह होता है पर इसमें बीमित व्यक्ति को बीमा की अवधि के दौरान बीमा की रकम में से एक निश्चित राशि मिलती रहती है और अवधि पूरी होने पर बीमा की शेष राशि प्रदान कर दी जाती है।

और यदि बीमा की अवधि पूरी होने से पहले बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार वालों को बीमा की पूरी रकम प्रदान की जाती है।

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सामान्य बीमा (General Insurance)

जीवन बीमा के अलावा जितने भी प्रकार की बीमा योजनाए होती हैं वो सब सामान्य बीमा के अंतर्गत आती हैं जैसे =>

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आइये अब इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

घर का बीमा (Home Insurance)

हमारा घर हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्युकि इसके साथ हमारी बहुत सी खट्टी-मीठी यादें जुडी होती हैं पर समय के साथ यह पुराना हो जाता है टूट-फूट होने लगती है।

बाढ़, भूकंप, आग, लड़ाई-दंगे, आतंकवादी हमले और भी कई अन्य खतरों से हमारे घर के टूटने, गिरने या नुकसान होने की आशंका रहती है इसीलिए घर का बीमा कराया जाता है।

घर का बीमा कराने का उद्देश्य भविष्य में घर को होने वाले किसी भी प्रकार के नुकसान के लिए सुरक्षा प्रदान करना होता है घर का बीमा कराने से घर को किसी भी प्रकार का नुकसान होने पर बीमा कंपनी उसकी भरपाई करती है।

वाहन बीमा (Motor Insurance)

वाहन की चोरी या दुर्घटना जैसी संभावित घटनाओं से होने वाले नुकसान से बचने, सुरक्षा और उसकी भरपाई के लिए वाहन बीमा कराया जाता है।

हमारे देश में वाहन चाहे दोपहिया, तीन पहिया, कार या जो भी वाहन हो उसका बीमा कराना अनिवार्य है आपने देखा भी होगा कि जिसके पास अपने वाहन का बीमा नहीं होता ट्रैफिक पुलिस उससे जुर्माना भी वसूल करती है।

वाहन का बीमा कराना उस समय सबसे ज्यादा लाभकारी हो जाता है जब आपके वाहन से एक्सीडेंट में किसी को चोट लग जाती है या किसी की मृत्यु हो जाती है,

ऐसी स्थिति में बीमा कंपनी थर्ड पार्टी इन्शुरन्स के तहत इस मामले का निपटारा करती है और आप को कोई परेशानी नहीं झेलनी पड़ती।

स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance)

आज के समय में स्वास्थ्य समस्यांए (बीमारियां) और उनके खर्चे बहुत अधिक बढ़ गए हैं कई बीमारियों के इलाज का खर्च तो लाखों में होता है और कई गरीब परिवार तो इन बिमारियों की वजह से कर्जों में डूब जाते हैं।

स्वास्थ्य बीमा आपको हर प्रकार की बीमारी में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है आपकी किसी भी बीमारी में हॉस्पिटल और इलाज का पूरा खर्चा बीमा कंपनी द्वारा वहन की किया जाता है (जितनी राशि का बीमा होता है और जिन बिमारियों के लिए उसमे कवर होता है)

यह ध्यान रखें की बीमा पालिसी का लाभ उन्ही अस्पतालों में मिलता है जो उसे बीमा पालिसी से सम्बद्ध होते हैं।

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दुर्घटना बीमा (Accident Insurance)

ना चाहते हुए भी हर किसी के जीवन में कभी ना कभी ऐसा समय आता है जब उसे किसी दुर्घटना का सामना करना पड़ता है आप अख़बार में रोज किसी न किसी दुर्घटना के बारे में पढ़ते होंगे।

कई बार दुर्घटनाएं इतनी गंभीर होती हैं कि व्यक्ति स्थाई रूप से अपंग हो जाते हैं या उनकी मृत्यु हो जाती है इसीलिए लोग दुर्घटना बीमा भी करवाते हैं।

यदि किसी व्यक्ति ने अपना पर्सनल एक्सीडेंट इन्शुरन्स करा रखा है तो किसी भी दुर्घटना की स्थिति में इलाज का खर्च बीमा कंपनी उठाती है।

यात्रा बीमा (Travel Insurance)

यह भी जनरल इन्शुरन्स का एक प्रकार है लोग कही ना कही यात्रा करते रहते हैं और अपनी यात्रा का बीमा भी करवाते हैं, इस बीमा की अवधि आपकी यात्रा शुरू होने से ख़तम होने तक की होती है।

इसमें यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की चोट लगने या चोरी या किसी भी प्रकार का नुकसान होने पर उसका भुगतान बीमा कंपनी करती हैं।

फसल बीमा (Crop Insurance)

फसल बीमा भी जनरल इन्शुरन्स का एक प्रकार है जो किसानों को फसल की सुरक्षा और जोखिम को कम करने के उद्देश्य से किया जाता है जो किसान कृषि ऋण लेते हैं उन्हें फसल का बीमा कराना जरुरी होता है।

कृषि बीमा किसानों के लिए लाभदायक है पर इसके कड़े नियमों और शर्तों के कारण किसान इसमें ज्यादा रूचि नहीं लेते हैं।

इसका एक कारण यह भी हैं कि यदि आपकी फसल ख़राब होती है तो बीमा कंपनी आस-पास के सभी खेतों की फसलों की जाँच करती है और यदि सभी की फसल ख़राब होती है,

या सबकी फसल पर उसका बीमारी या फसल ख़राब होने की वजह का असर होता है तभी आपको बीमा की रकम मिलती है।

कारोबार उत्तरदायित्व बीमा (Business Liability Insurance)

कारोबार उत्तरदायित्व बीमा आपके व्यवसाय के काम-काज या किसी उत्पाद के कारण किसी ग्राहक को होने वाले नुकसान के भुगतान के लिए होता है।

कई बार ऐसी स्थिति आ जाती है कि ना चाहते हुए भी किसी ग्राहक को किसी प्रकार का नुकसान हो जाता है तो ऐसी स्थिति में व्यवसायी या कंपनी पर लगने वाले जुर्माने और क़ानूनी कार्यवाही का पूरा खर्च बीमा कंपनी उठाती है।

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यहाँ हमने बीमा(Insurance) के बारे में सबकुछ बताने का प्रयास किया है जैसे बीमा क्या है(Insurance Kya Hai) और बीमा कितने प्रकार के होते हैं बीमा कराना क्यों जरुरी है।

यदि आपके मन में बीमा(Insurance से सम्बंधित कोई और सवाल हो तो आप हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताये हमें आपके सवालों के जवाब देने में बहुत ख़ुशी होगी।

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